कुछ बनाना है तो समुंदर बनो लोगों के पसीने छूटने चाहिये तुम्हारी औकात नापते नापते।
छोङ देता लेकिन जीत मेरी जिद है, और जिद का मै बादशाह हूँ
हुकूमत तो हमारी आज भी होती साहेब अगर हमारी कौम में कुछ लोग दलाल ना होते !!
करवट लेना भूल जायेंगे वो लोग जो हमें अकेला समझ रहे है
जिस दिन मर्यादा छोड़ देंगे उस दिन सब का गुरूर तोड़ देंगे !! ये जो खामोशी है मेरी मेरे जीवन भर का शोर है
इंतजार है मौके का हिसाब होगा हर धोखे का
सुन बे लोंडे हम से पंगा और भरी महफ़िल में दंगा दोनों खतरनाक है
मेरी किस्मत को परखने की गुस्ताखी मत करना, पहेले भी कई तुफान का रुख मोड़ चुका हूँ
माँ ने कहा था कभी किसीका Dil मत तोडना……. इसलिए हमने Dil को छड़ के बाकि सब कुछ तोडा।
अगर शेर बनना है तो शेरों की संगत में रहो, भेड़ की संगत में नहीं
एटीट्यूड किंग स्टेटस हिंदी/attitude king status hindi
परंवाह नही चाहे जमाना कितना भी खिलाफ हो, हिसाब सबका होगा चाहे कोई कितना भी बड़ा नवाब हो।
बदला लेंगे हर एक अपमान का वक्त आ गया ऊँची उड़ान का !
समझने की बात है वर्ना सिर्फ आंखों में देखो अंदाजा लग जायेगा होने वाला क्या है !!
अपना अंदाज ऐसा रखो की कोई अंदाजा न लगा सके.
राह कोई भी हो पकड़ कर चलिए अगर है कदम सच्चे तो अकड़ कर चलिए । हम उस दरबार के नोकर है। जिसके मालिक हम खुद है !
बस चुप थे हम, तुमने तो कमज़ोर ही समझ लिया.
साबित करना जरूरी नहीं बेहतर बनना जरूरी है।
हरकते बदल लो वरना, हालात बदलना हमे आता है।
इस दुनिया मैं दो ही चीजों की वैल्यू है एक जमीनों की और दूसरा मुझ जैसे कमीनो की
मत उलझो हमसे , हम खुद नहीं समझ पाए अपने आप को तुम क्या ख़ाक समझोगे हमें
कुछ महाहोशियार लोगो को लगता है कि, उनकी चालाकियाँ मुझे समझ में नहीं आती
दुश्मन इतनी आसानी से नहीं बनते बहुत लोगों का भला करना पड़ता है
तुम्हारे डर के लिए मेरा नाम नहीं, परछाई ही काफी है।
राज तो हमारा हर जगह पे है, पसंद करने वालों के दिल में नापसंद करने वालों के दिमाग में !
हद में रहिए जनाब, घर से उठा लेंगे जिस दिन हम हद पार करेंगे..!
नाम चलाना आसान नही होता लाडलो खर्चे चर्चे पर्चे सब झेलने पड़ते है !
अकेला ही काफी हूँ मैं सबके लिए क्योंकि शेर अकेला ही शिकार करता है
शोरगुल मचाने से नाम नहीं बनता, काम ऐसा करो की ख़ामोशी भी अख़बारों में छप जाए
यहां मेरा कोई अपना नहीं है, चलो अच्छा है कुछ खतरा नहीं है!
तकलीफ दोगे, तबाह कर देंगे !!
आग लगा देंगे उस महफिल में जहां बगावत हमारे खिलाफ होगी !!
हूँ तो बहुत बुरा मैं लेकिन दो चेहरे नही रखता !!
हमारी बुराई थोड़ा ज़ोर से करना लोगो को भी तो पता चलना चाइए ना हम कोन है और क्या करते है
लोग चाहते है कि आप बेहतर बने लेकिन वहीं लोग ये नहीं चाहते कि आप उनसे बेहतर बने
खौफ और खून हमेशा आँखों में रखो क्यूंकि हथियारों से सिर्फ दुश्मनों की हड्डिया टूटती है होसले नही
मेरी कहानी तब तक खत्म नहीं होगी, जब तक में जीत नहीं जाता
हमारी बुराई थोड़ा ज़ोर से करना लोगो को भी तो पता चलना चाइए ना हम कोन है और क्या करते है
लोगो की और हमारी सोच में बस इतना ही फर्क है कि, लोग सरकारी बनना चाहते है, और हम खुद सरकार.
औकात नहीं है आँख से आँख मिलाने की, और बात करते है हमारा नाम मिटाने की
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें