रोशन हो दीपक और सारा जग जगमगाये, लिए साथ सीता मैय्या को राम जी हैं आये, हर शहर यूँ लगे मानो अयोध्या सजी हो,आओ हर द्वार हर गली हर मोड़ पे हम दीप जलाएं.
श्री राम जी आपके संसार में सुख की बरसात करें,और दुखों का नाश करें प्रेम की फुलझड़ी से आपका घर आंगन रौशन हो आपको दीपावली की शुभकामनाएं.
लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार सोने चांदी से भर जाए आपका घर बार जीवन में आयें खुशियाँ आपार शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार।
आई आई दीपावली आई, साथ में कितनी खुशियाँ लाई;धूम मचाओ, मौज मनाओ, दीपावली की उत्सव पर खुशियाँ बढ़ाओ, शुभ दीपावली.
दिनों दिन बढ़ता जाये आपका कारोबार परिवार में बना रहे स्नेह और प्यार होती रहे सदा अपार धन की बौछार ऐसा हो आपका दिवाली का त्योंहार। हैप्पी दिवाली.
दिवाली पर्व है खुशियों का, उजालो का, लक्ष्मी का, इस दिवाली आपकी ज़िन्दगी खुशियों से भरी हो, घर पर माँ लक्ष्मी का आगमन हो… “हैप्पी दिवाली”
दीपावली आए तो रंगी रंगोली, दीप जलाए, धूम धड़ाका, छोड़ा पटाखा, जली फुलझडि़यां सबको भाए.. आप सबको दीपावली की शुभकामनाएं!
आई आई दिवाली आई,साथ मे कितनी खुशियाँ लायी, धूम मचाओ मौज मनाओ आप सभी को दिवाली की बधाई.
जीवन को जीने का रास्ता दिखाने वाले, संसार को ज्ञान सिखाने वाले, हनुमानजी के जान से प्यारे, इस दिवाली पर भगवान श्री राम को शत शत वंदन
मन राम का मंदिर हैं, यहाँ उसे विराजे रखना, पाप का कोई भाग ना होगा, इस दिवाली बस राम को थामे रखना
दीयों की रौशनी से झिलमिलाता आँगन हो, पटाख़ों की गूँजो से आसमान रोशन हो, ऐसे आये झूम के यह दिवाली, हर तरफ खुशियों का मौसम हो!!
दीपावली के शुभ अवसर पर याद आपकी आए, शब्द शब्द जोड़ कर देते तुम्हें बधाई। शुभ दीपावली.
हर घर में हो उजाला, आये ना कभी रात काली, हर घर में मने खुशिया, हर घर में हो शुभ दिवाली।
चारो और दिया जलाओ, अपने घर को खूब सजाओ, आज की रात पटाखें जलाओ, दिवाली को अच्छी तरह मनाओ
जग में सुंदर हैं दो नाम चाहे कृष्ण कहो या राम, बोलो राम राम राम बोलो श्याम श्याम श्याम। दीपावली का हार्दिक शुभकामना
आपको और आपके समस्त परिवार को दीपावली के पावन पर्व पर हमारी ओर से हार्दिक शुभकामनाएँ!
Diwali 2022 : दीपावली इस वर्ष 24 अक्टूबर (सोमवार) को मनेगी। दीपों का यह पर्व इस वर्ष बेहद शुभ योग और शुभ मुहूर्त पड़ रहा है। इस वर्ष बिहारवासी हस्त नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र और विषकुंभ योग में दीपावली मनाएंगे।
DIPAWALI FACTS
कई धर्मों में मनाया जाने वाला, दीवाली संयुक्त राज्य अमेरिका में थैंक्सगिविंग और क्रिसमस को टक्कर देते हुए भारत की सबसे बड़ी छुट्टी बन गई है । दिवाली भारत का वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है - अंधकार पर प्रकाश की विजय, अज्ञान पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने का समय।
कौन सा राज्य दिवाली नहीं मनाता है? इस जगह पर दीये भी नहीं जलाए जाते। हम बात कर रहे हैं केरल की एकमात्र ऐसी जगह जहां यह त्योहार नहीं मनाया जाता है। इसका कारण जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, केरल में हर त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन दिवाली का कोई उत्सव नहीं होता।
दीपावली की पूजा कब है? पंचांग के अनुसार, इस साल दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इसके साथ ही नरक चतुर्दशी भी इसी दिन मनाई जाएगी। इसके अगले दिन सूर्य ग्रहण पड़ रहा है
दीपावली कब और क्यों मनाई जाती है ?
इस दिन भगवान श्रीराम, माता सीता और भ्राता लक्ष्मण चौदह वर्ष का वनवास पूरा करके अपने घर अयोध्या लौटे थे। इतने सालों बाद घर लौटने की खुशी में सभी अयोध्या वासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से दीपों के त्योहार दीपावली मनाया जाने लगा। यह त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। अमावस्या की अंधेरी रात जगमग असंख्य दीपों से जगमगाने लगती है। यह त्योहार लगभग सभी धर्म के लोग मनाते हैं। इस त्योहार के आने के कई दिन पहले से ही घरों की लिपाई-पुताई, सजावट प्रारंभ हो जाती है। इन दिन पहनने के लिए नए कपड़े बनवाए जाते हैं, मिठाइयां बनाई जाती हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है इसलिए उनके आगमन और स्वागत के लिए घरों को सजाया जाता है।
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